
बिहार की आवाज जन सुराज
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
जन सुराज से संबंधित पूछे जाने वालों प्रश्नों के उत्तर →

जन सुराज क्या है?
जन का मतलब लोग और सुराज का मतलब सुंदर राज इसलिए जन सुराज का मतलब हुआ जनता का सुंदर राज यानी लोगों की अच्छी सरकार।
समाज के सही लोग कौन हैं?
हमारा मानना है कि सही लोग वे लोग हैं जिनकी समाज में साफ सुथरी छवि हो और जो समाज में एक अच्छा बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं क्योंकि सही लोगों को मजबूत बनाया जा सकता है लेकिन यह जरूरी नहीं है कि मजबूत लोग सही लोग हों।
सही सोच क्या है ?
सही सोच का मतलब है “जो समाज के लिए कुछ करना चाहते हों और ईमानदारी से राज्य का विकास चाहते हों “।
सामूहिक प्रयास का मतलब क्या है ?
सामूहिक प्रयास से मतलब है कि समाज के सभी अच्छे लोग एकजुट होकर प्रयास करें तभी बिहार को सुधारा जा सकता है।
जन सुराज पदयात्रा के 3 मुख्य उद्देश्य क्या हैं?
2. स्थानीय समस्याओं और संभावनाओं को बेहतर तरीके से समझना और उसके आधार पर नगरों एवं पंचायतों की प्राथमिकताओं को सूचीबद्ध कर, उनके विकास का ब्लूप्रिंट बनाना।
3. बिहार के समग्र विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, आर्थिक, विकास, कृषि, उद्योग और सामाजिक न्याय जैसे 10 महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विशेषज्ञों और लोगों के सुझावों के आधार पर अगले 15 साल का एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार करना।
बिहार के पिछड़ेपन का मुख्य कारण क्या है और यह स्थिति कैसे सुधरेगी?
अगर कोई व्यक्ति या दल यह कहता है कि वह बिहार को सुधार देगा तो वह या तो बेवकूफ है या आपको बेवकूफ बना रहा है। उसको पता नहीं है कि समस्या कितनी बड़ी है। इसका समाधान कोई भी अकेले नहीं कर सकता है। इस समस्या को समाज की ताकत को जोड़कर ही हल किया जा सकता है। बिहार के लोग बेवकूफ नहीं हैं यहां की व्यवस्था ने इनको बांधकर रखा है।
नया बिहार





























लोग क्या कहते हैं — डॉ. शोएब अहमद खान
“DPS केद्राबाद में अनुशासन और मूल्य-आधारित शिक्षा पर खास ध्यान है। शुऐब सर अक्सर खुद क्लासरूम विज़िट करके बच्चों का हौसला बढ़ाते हैं।”
— रवि कुमार, अभिभावक, केद्राबाद • ★★★★★
“मेरे बेटे की अंग्रेज़ी और आत्मविश्वास दोनों में सुधार हुआ। गतिविधि-आधारित सीखने का तरीका शुऐब सर ने शुरू कराया, नतीजे साफ दिखते हैं।”
— प्रिया वर्मा, अभिभावक, लहेरियासराय • ★★★★★
“हाइवे हवेली पर खाना हमेशा ताज़ा और स्वादिष्ट मिलता है। परिवार के साथ रुकने के लिए साफ-सुथरा और भरोसेमंद स्थान है।”
— निहारिका सिंह, ग्राहक, बेनीपुर • ★★★★★
“रात में मेडिकल इमरजेंसी में खुद फोन उठाकर एम्बुलेंस की व्यवस्था करवाई—इंसानियत सबसे पहले।”
— सुनीता देवी, गृहिणी, हायघाट • ★★★★★
“जन सुराज के मूल सिद्धांत—पारदर्शिता और भागीदारी—को शुऐब सर ज़मीन पर लागू करते हैं; मीटिंग्स में हर आवाज़ सुनी जाती है।”
— संजय झा, उद्यमी, दरभंगा • ★★★★★
“DPS केद्राबाद में अनुशासन और मूल्य-आधारित शिक्षा पर खास ध्यान है। शुऐब सर अक्सर खुद क्लासरूम विज़िट करके बच्चों का हौसला बढ़ाते हैं।”
— रवि कुमार, अभिभावक, केद्राबाद • ★★★★★
“मेरे बेटे की अंग्रेज़ी और आत्मविश्वास दोनों में सुधार हुआ। गतिविधि-आधारित सीखने का तरीका शुऐब सर ने शुरू कराया, नतीजे साफ दिखते हैं।”
— प्रिया वर्मा, अभिभावक, लहेरियासराय • ★★★★★
“हाइवे हवेली पर खाना हमेशा ताज़ा और स्वादिष्ट मिलता है। परिवार के साथ रुकने के लिए साफ-सुथरा और भरोसेमंद स्थान है।”
— निहारिका सिंह, ग्राहक, बेनीपुर • ★★★★★
“रात में मेडिकल इमरजेंसी में खुद फोन उठाकर एम्बुलेंस की व्यवस्था करवाई—इंसानियत सबसे पहले।”
— सुनीता देवी, गृहिणी, हायघाट • ★★★★★
“जन सुराज के मूल सिद्धांत—पारदर्शिता और भागीदारी—को शुऐब सर ज़मीन पर लागू करते हैं; मीटिंग्स में हर आवाज़ सुनी जाती है।”
— संजय झा, उद्यमी, दरभंगा • ★★★★★